Putt mitti deya moorche sambhale ni

 Tera टूटना गरूर सरकारे नी

Putt mitti deya moorche sambhale ni

..

Teri ginti तो बाहर सी गे, hun tak

होगे ईकठे आ गए ginti ch सारे ni.

....

Tera छूटना ना खहड़ा सरकारे नी

Putt mitti deya moorche sambhale ni.



..... 2

Hoya समझ तो बाहर peya सब कुछ

Tahiyo agenciya vi saajisha ch aa giya

..

चाला saariya ही fail होई jaandiya

Tahiyo कोर्टा vi siyasta ch आ giya

..

शक chadde haje vi changi rahegy

Jehde diliya tu दिल vich पाले ने.

...

Tera छूटना ना खहड़ा सरकारे नी

Putt mitti deya moorche sambhale ni.

.............


3

Rang vakho vakh सारे मेरे देश de 

Ek मुठी vich dekhle समा गए. 

...... 

गंदी राजनीति नाल paade hoye si 

जाता dharma तो, बहुत ऊंचा आ गए... 

... 

प्यार दिला vich vadhi jande रोज he 

Kisan ekta de लाई jande नारे ni 

.... 

Tera छूटना ना खहड़ा सरकारे नी

Putt mitti deya moorche sambhale ni.

.......

.......

4

Ek vaaj उठी 26 di prade lai 

तिरंगे झंडे dekh puray lehraarahe 

...... 

लाइन लगी पायी है, ट्रैक्टर परेड lai

60 - 60 मिला ("miles) तक देख आ रहे

......

उंठ nachi jaande rajasthano आंके

Rang मालिक de jag तो न्यारे नी

....

Tera छूटना ना खहड़ा सरकारे नी

Putt mitti deya moorche sambhale ni.


 ......


5.

Lakha di tdaat vich youth पहुंच geya ए

Guru dhaama ute mathe tek pahunch geya ए.

......

Bhambeya kisani wale झंडे thale khad के

Kari jande sewa, jaalam haakam. Muhre aadke.

.....


Kisana di prade Hou cover karan vaaste international मीडिया vi देख पहुंच गया ए. 

......

Hath joddey कानून रद्द karde

NA काम बनना ए, गला de सहारे ni

....

Tera छूटना ना खहड़ा सरकारे नी

Putt mitti deya moorche sambhale ni.

Dhanwad bujurga da जीना दिल्ली dakki ए

ए मसला फसला da

A masla nasla da

भविष्य बचोन लई

जान तली te रखी है

Dhanwad bujurga da

Jina दिल्ली डक्की है

..

Cooperate de हाथ vikeya

पीएम India da

Jidi चरण वंदना है

इको काम मीडिया da

Dharti putt ah बेठे

दुनिया hakki बक्की है

Dhanwad bujurga da

Jina दिल्ली dakki है

..

साडे kheta vich satho

Dehaadi  karon nu farda a. 

खेता de raajeyan nu

नौकर laun nu firda ए.

Tere काले कानूना nu

वापिस karon lai dakki hai

Dhanwad bujurga da

Jina दिल्ली dakki है.

..

Pind pind de vich hun

Youth निकल आया है

Klakaara ने bhambeya

Pura zor vi लाया है

Hun pechay नहीं हटना

Gal sochke dakki ए

Dhanwad bujurga da

Jinna दिल्ली dakki ए

.. 


Langer babe nanak da

Full chali janda a

. Kisay cheez di कमी नहीं

खुद सब vadhda janda a

. Maatava di मौजूदगी

होंसला jaandi khichi a

Dhanwad bujurga da

Jina दिल्ली dakki a


#BhambaRajan 

#FarmersProtest 


#किसान_कमल_काटेगा

By. Parminder Singh Bhamba 



..

किसान भाइयों की काले कानूनो मे प्रमुख बदलाव की मांगे बहुत जायज है



किसान भाइयों की काले कानूनो मे प्रमुख बदलाव की मांगे बहुत जायज है 

जो कि सारे देश में खुशहाली ला सकते है और महंगाई पर भी काबु पा सकते है 

प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं 

1. #Msp की #guaranty और msp पर #Cooperates के ना खरीदने पर सरकारी खरीद की गारंटी हो वो भी पूरी msp पर 


2. जमा खोरी की लिमिट तेह हो, ताकि cooperates ब्लैक मार्केटिंग ना कर सके


3. एक साल के जादा का कोई भी कंपनी किसी भी #Kisan से Agreement ना कर सके.

Aur payment advance रहे, ताकि kisan के हित सुरक्षित रहे


4. किसी तरह के किसान और Cooperate के बीच dispute पर,

Kisan को कोर्ट जाने का अधिकार हो

और फैसला एक महीने मे हो ऐसे केस का

और सज़ा का भी प्रावधान हो.


सरकार अगर वाक़या किसान का हित चाहती है तो ईन मांगों को स्वीकार करे 

सरकार को चाहिए कम्युनिकेशन गैप को कम करे किसानो की सुने और अन्नदाता के फायदे के लिए सोचे ना कि अपने व्यापारी मित्रों के लिए.

 आज हमारे देश में सबसे बड़ा चिंता का विषय है कि सरकार और जनता मे फांसला बढ़ता जा रहा है या फिर सरकार जान बुझ के पब्लिक को नजर अंदाज कर रही है!

इसका सबसे ताजा उदाहरण कृषि क्षेत्र में आए नए कानून है जिनको जनता पूरी तरह से नकार रही है लेकिन सरकार उनको धक्के से किसानो पर थोपने पर तुली हुई है!

   किसानो के मन की बात समझते हुए पंजाब और राजस्थान की सरकारों ने केंद्र के बनाय कानूनो मे कुछ बदलाव अपने अपने राज्यों की विधानसभाओं में पास करके कानून बना दिए हैं जिसमें राज्य सरकारों ने एमएसपी की गारंटी करदी है और एमएसपी ना देने पर व्यापारी के लिए सजा का प्रावधान कर दिया है 

लेकिन केन्द्र सरकार को किसानो की तसल्ली के लिए और किसानो के बड़े व्यापरियों से बचाव के लिए कुछ भी नया संशोधन करने के लिए तैयार नहीं है केंद्र के कानूनो मे ना तो किसानो को कोर्ट जाने का अधिकार है और ना ही एमएसपी की गारंटी जिसके खिलाफ सारे देश के किसानो मे रोष है और पंजाब का किसान तो विरोध प्रदर्शन भी कर रहा है लेकिन बीजेपी सरकार को कोई फरक नहीं पढ़ रहा किसानो द्वारा रेल्वे ट्रैक खाली कर देने के बाद भी केन्द्र सरकार माल गाड़ियां भेजने से इंकार कर रही है जो कि उसकी तानाशाही वाली सोच को उजागर कर रही है, यह चाल सरकार किसानो के आंदोलन पर दबाव बना के उसे रोकने पर मजबूर होने के लिय कर रही है.

बेहतर होता सरकार किसानो के मन की बात समझ कर उसके अनुसार कोई कदम उठाती!


   इस सरकार के आने से पहले किसानो की लड़ाई Swaminathan आयोग की रिपोर्ट लागू कराने की थी लेकिन अब मसला एमएसपी बचाने का और बडे पूंजी पतियों से जमीन बचाने का बन गया है.

अगर  यह सरकार किसान हितेशी होती तो बिहार का फैल माडल सारे देश में लागू करने की बजाय हरियाणा पंजाब का कामयाब माडल सारे देश में लागू करती और सारे देश के किसानो को कुछ फायदा पहुंचाती.

एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार का किसान ओस्तन 3000 RS कमाता है जो कि सारे देश में सबसे कम है और उतनी ही जमीन से पंजाब का किसान 12000 rs कमाता है! 

तो यह सरकार नए कानून  किसानो की कमर तोड़ने के लिए लाई है ना कि उन्हें फायदा देने के लिए., 

सरकार को चाहिए कम्युनिकेशन गैप को कम करे किसानो की सुने और अन्नदाता के फायदे के लिए सोचे उसे कर्जा मुक्त करे 

क्यु की किसान है तो देश है! 


. parminder singh Bhamba 


काले जो कानून kitey पास jehde jaalma

 काले जो कानून kitey पास jehde jaalma

Ehde nalo चंगा सी j सीधी गोली maarda

Baneya फिरे chutha तू hiteshi वे किसान da

Ehde nalo चंगा सी j सीधी गोली maarda



.. Bombay deyaaaa setha हाथ वाली कठपुतली

Tu हर गाल muho जो वी कड़ी chuthi निकली

, देना chaunday kisan नु खिताब तू गुलाम da

,, Ehde nalo चंगा सी j सीधी गोली maarda



... तू मंडियां दे vich आखे hegy MSP.... J आढ़ती ना रहे किवे milu msp.... 

Oo मंडियां दे बाहर katho है नहीं msp 

ना bacheya कोई हक्क कोर्ट jaanda kisan da 

Ehde nalo चंगा सी j सीधी गोली maarda 


Cooperate Raj Val देश नु ले जाँ reha 

Labour कानून रद्द, हक्क गरीब da वी खा reha 

की कम देश vich ऐसी, जाहिल सर्कार da 

Ehde nalo सी j सीधी गोली maarda 


हक्क Mangan waleya te daanga tu वे Vonda फिरदे

लाड साहिब वाला राज फिर layonda firdey 

नोटा thale dabeya zameer बेईमान da 

Ehde nalo चंगा सी j सीधी गोली maarda 



Tera auna

 Tera auna सी supney vangra

Jive ख्वाब सच hoya

Tera जाना सी jida

सब कुछ ही मेरा मूक geya hoya

Oh दिल दी khed खेड़ी bachpane विच

Bhuldi दस क्यु नहीं

उम्र मेरी adhi nang चली

प्यास तेरी bhujdi दस क्यु नहीं


मीडिया


हमारा देश अब तक के सबसे नाजुक समय से गुजर रहा है
आजादी से अब तक देश ने जो कुछ भी बनाया है वो सब कुछ सरेआम नीलाम किया जा रहा है और टीवी पर किसी भी news चैनल पर इसको लेकर कोई भी सवाल नजर नहीं आ रहा
‌यह सरकार हर साल 2 crore नौकरिया देने के वायदे के साथ आयी थी परंतु सरकारी कंपनियों क  khatmey पर उतारू हो गई है,
‌jiska मतलब है न सरकारी कंपनियां बचेगी न किसी को नौकरी देनी पड़ेगी.!
‌मैं पर्सनल तौर पर इस सबके लिए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को jimevaar मानता हूँ. वो न जाने क्यु सरकार के हर गलत फैसले को टीवी पर masterstroke कहकर सारे देश की आंख में धूल झोंक रहे हैं!

Media sawal सरकार और उसकी नीतियों के बारे में छोड़कर विपक्ष से karta हुआ nazar आ रहा है, यहा तक कि एक , gst, kisan बीमा yojna जैसी फैल नीतियों पर एक भी सवाल ऐसा sarkar से नहीं  जिससे ईन योजनाओं के fail होने की वजह और जवाबदेही तेह हो सके यहा तक कि सवाल पूछने पर मीडिया लोगों को और विपक्ष को anti-nationalist का tag लगा देती है मतलब साफ़ है कि लोकतंत्र का चोथा स्तम्भ बिक चुका है Ager ऐसा नहीं होता तो टीवी पर सिर्फ हिन्दू मुस्लिम debates की जगह बड rahe अपराधों पर unemployment पर economy पर नयी शिक्षा नीति की कमियों पर बिक रही सरकारी धरोहर पर बढ़ती हुई गरीबी जैसी असली समस्याओं पर चर्चा होती और sarkar पर दबाव बनता ईन सब
फील्ड्स में काम करने का जिससे आम लोगों को बहुत फायदा हो सकता था
..
‌लेकिन मीडिया पूरी तरह सत्ता में बेठे लोगों के हाथ में खेल रहा है जो कि देश को होने वाले अकाल्पनिक नुकसान की तरफ इशारा karta है, और यह एक डरा देने वाला सच है कि ख़बरें जब bikkar छपने लगे तो आम लोगों के जानने से पहले ही सब कुछ खत्म हो जाता है दुनिया ऐसा कुछ प्राथम विश्वयुद्ध के बाद इटली और जर्मनी में देख चुकी है! अगर भारत में आजादी की लड़ाई के दोरान भी इसी प्रकार की मीडिया होती जो सत्ता के हाथ में खेल रही है तो फिर शायद स्वतंत्रता सैनानीयों की कोई भी बात कभी भी देश वासियों तक ना पहुंच पाती मतलब शायद
उस समय बिकाऊ मीडिया होता तो azadi आज भी एक ख्वाब ही hota
। इस लिए democracy के चौथे स्तंभ मीडिया को असली मुद्दो से देश को रूबरू करवाना चाहिए और अपना धर्म पत्रकारिता को शर्मिंदा होने से बचाना चाहिए.


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